स्कुल में जानेवाले बच्चे का दस करोड फिरौती के लिए अपहरण ; पुलिस ने 3 संदिग्ध अपराधीयों को धरदबोचा
अहमदनगर (महाराष्ट्र विकास मिडिया)- दस करोड की फिरोती वसुलने के लिए संगमनेर में पाठशाला जानेवाले एक बच्चे का अपहरण करने का मामला सामने आया है। अपहरण करने के बाद अपराधीयों ने कपडे के व्यापारी विक्टीम बच्चे के पिता को फोन पर फिरौतीकी मांग की। पुलिस ने अपने सुत्रों का उपयोग कर अपहरणकर्ताओं का ट्रेसिंग करना शुरु किया जिसके बाद अपराधीयों ने बच्चे को शहर के पास के गाव में छोडकर वहां से भाग गये. पुलिस ने इस मामले में तीन संदिग्ध अपराधीयों को अपने कब्जे में लिया है।
संगमनेर के कटारिया क्लॉथ के निदेशक मनोज कटारिया के सुपुत्र दक्ष (उम्र 12 साल) ग्लोबल स्कुल में पढता है। हर रोज की तरह सुबह जब दक्ष अपने पाठशाला जाने के लिए घर से बाहर निकला उक वक्त घर से कुछी दुरी पर स्कुल बस का इंतजार करते वक्त इंडिका कार में आए हुए अपराधीयों ने दक्ष को उठाकर उसे इंडिका कार में डालकर वहां से भाग गये।
कुछ सवय बाद अपहरकर्ताओं ने बच्चे के पिता को फोन कर उसका अपहरण किये जाने की जानकारी दी। इस बात को सुनकर दक्ष के माता-पिता घबरा गये। उन्होंने पहले पाठशाला और बस ड्रायव्हर से संपर्क कर पुछताछ करने पर बच्चा स्कुल में नहीं पहुंचा यह उन्हे पता चला। उसके बाद माता-पिता ने पुलिस के पास जाकर पुरे मामले की जानकारी पुलिस की दी।
अपहरकर्ताओं ने मेसेजद्वारा कटारीया के पास दस करोड रुपयों की फिरौती की मांग की। पुलिस ने घटना की गंभिरता को देखते हुए अपनी जांच प्रक्रिया शुरु की और जानकारी एवं सी.सी.टी.व्ही. फुटेज के जरिये पुलिस अपहरणकर्ताओं को ढुंढने में जुट गई। पुलिस को सुराग मिलने से किसी भी वक्त सलाखों के पीछे जाने का अपराधीयों को अंदाज लगा जिसके बाद अपराधीयों ने उस बालक को संगमनेर के पास के सुकेवाडी में छोड दिया और वहां से भाग गये।
सुकेवाडी में वह बालक एक युवक को मिलने के बाद युवक ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने तुरंत घटनास्थळ पर पहुंचकर बालक को अपने माता पिता के पास सौंप दिया। साथ ही मामले की जांच में तीन संदिग्ध अपराधीयों को पुलिस ने धरदबोचा। इस मामले में भागे हुए अपराधीयों की खोज में पुलिस जुटी है।
संगमनेर के कटारिया क्लॉथ के निदेशक मनोज कटारिया के सुपुत्र दक्ष (उम्र 12 साल) ग्लोबल स्कुल में पढता है। हर रोज की तरह सुबह जब दक्ष अपने पाठशाला जाने के लिए घर से बाहर निकला उक वक्त घर से कुछी दुरी पर स्कुल बस का इंतजार करते वक्त इंडिका कार में आए हुए अपराधीयों ने दक्ष को उठाकर उसे इंडिका कार में डालकर वहां से भाग गये।
कुछ सवय बाद अपहरकर्ताओं ने बच्चे के पिता को फोन कर उसका अपहरण किये जाने की जानकारी दी। इस बात को सुनकर दक्ष के माता-पिता घबरा गये। उन्होंने पहले पाठशाला और बस ड्रायव्हर से संपर्क कर पुछताछ करने पर बच्चा स्कुल में नहीं पहुंचा यह उन्हे पता चला। उसके बाद माता-पिता ने पुलिस के पास जाकर पुरे मामले की जानकारी पुलिस की दी।
अपहरकर्ताओं ने मेसेजद्वारा कटारीया के पास दस करोड रुपयों की फिरौती की मांग की। पुलिस ने घटना की गंभिरता को देखते हुए अपनी जांच प्रक्रिया शुरु की और जानकारी एवं सी.सी.टी.व्ही. फुटेज के जरिये पुलिस अपहरणकर्ताओं को ढुंढने में जुट गई। पुलिस को सुराग मिलने से किसी भी वक्त सलाखों के पीछे जाने का अपराधीयों को अंदाज लगा जिसके बाद अपराधीयों ने उस बालक को संगमनेर के पास के सुकेवाडी में छोड दिया और वहां से भाग गये।
सुकेवाडी में वह बालक एक युवक को मिलने के बाद युवक ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने तुरंत घटनास्थळ पर पहुंचकर बालक को अपने माता पिता के पास सौंप दिया। साथ ही मामले की जांच में तीन संदिग्ध अपराधीयों को पुलिस ने धरदबोचा। इस मामले में भागे हुए अपराधीयों की खोज में पुलिस जुटी है।
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