आर.टी.आय. एक्टीविस्ट अरुण सावंत पर गोली चलानेवाले अपराधियों को 9 साल तक नहीं ढुंढ पाई पुलिस !
बदलापूर (महाराष्ट्र विकास मिडिया)- बदलापूर के रहनेवाले आर.टी.आय. एक्टीविस्ट अरुण सावंत पर गोली चलाकर उन्हे अपाहिज करनेवाले अपराधियों को पकडने में पुलिस अब तक नाकाम रही। इस वारदात को अब 9 साल हो चुके है लेकिन अब तक अपराधियों के बारे में कोई भी सुराग पुलिस प्रशासन की नहीं मिली।
बता दें कि, अरुण सावंत एक आर.टी.आय. एक्टीविस्ट है। सन 2010 फरवरी 26 को जब सावंत अपने मोटर सायकल से आर.टी.आय. एक्पीकेशन देने बदलापूर नगरपालिका जा रहे थे उस वक्त एक मोटर सायकल में सवार दो अंजान लोगों ने सावंत पर अंदाधुंत गोली चलाई। गोली सावंत के पीठ पर लगी जिसके बाद से उनकी स्पाईनल कॉर्ड जखमी होने से वे आज तक पेरालाईस्ड है।
गौरतलब हो कि अरुण सावंत 2010 से पूर्व बदलापूर में चल रहे भ्रष्टाचार और गोरखधंदों का पर्दाफाश करने के लिए आर.टी.आय. के माध्यम से प्रशासन में शिकायत करते है। उन्होंने मुरबाड विधानसभा के विधायक किसन कथोरे के खिलाफ भी शिकायत की थी जिसमें विधायक किसन कथोरे ने 2004 के चुनाव में अपना नामांकन अर्ज देते वक्त झुठे दस्तावेज दाखिल किये थे। सावंत ने जब विधायक किसन कथोरे के खिलाफ बोलना और शिकायत करने शुरु किया ठिक उसी वक्त उनपर गोलीबारी हुई जिसमें वे पेरलाईस्ड हुए। पुलिस प्रशासन ने इतने साल होने के बावजुद आज तक गोली मारनेवाले अपराधियों को नहीं पकडा है। अरुण सावंत शुटिंग केस सी.बी.आय. तक पहुंची लेकिन पुक्ता सबुन ना मिलने से वहां पर भी सावंत को न्याय नहीं मिल पाया और जांच फाईल को बंद किया गया।
अरुण सावंत 2010 से आज तक पेरालाईस्ड है, उनकी यह हालत करनेवाले आज भी शहर में बेझिझक घुम रहे है। ऐसे में पुलिस प्रशासन निःपक्ष रुप से केस की जांच नहीं कर रही है ऐसा पिडीत के परिवार का कहना है।
अरुण सावंत गोलीबारी केस को अब 9 साल होने को आ रहा है लेकिन अब तक पुलिस ने अपराधियों को नहीं पकडा है। सावंत आज भी शहर में चल रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आर.टी.आय. के तहत शिकायत दर्ज करते है। पिडीत सावंत ने इतने बडे हमले के बाद भी हार नहीं मानी है। उन्होंने झुठे दस्तावेज दाखिल कर 2004 में चुनाव लढकर विधायक बने किसन कथोरे के खिलाफ आज भी उनकी जंग कायम है।
राष्टवादी से भारतीय जनता पार्टी में आये मुरबाड विधानसभा के विधायक किसन कथोरे ने इस केस से छुंटने के लिए सुप्रिम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटाया। केस अब उल्हासनगर कोर्ट में चल रहा है तथा पिडीत अरुण सावंत आज भी न्याय की अपेक्षा में कोर्ट में आते है।
No comments